Wednesday, February 13, 2013

Madarso par ilzam lagane walo - SUNO QURAN KYA KAHTA HAI

क़ुरआन में साफ हुक्म हैं कि

''लोग एक दूसरे का मजाक न उड़ाये, एक दूसरे की हंसी न करें।'' (49:11) '' और तुम आपस में एक दूसरे पर चोटें न करो (49:11)

फब्तियां न कसो, इल्जाम न धरो, ताने न दो, खुल्लम खुल्ला या होठो के अन्दर या इशारों से उसको जलील न करो।

''एक दूसरे के बुरे नाम न रखों।''(49:11)

''और तुम मे से कोर्इ किसी की पीठ पीछे उसकी बुरार्इ न करें।़(49:12)

'' और जब तुम लोगो के बीच फैसला करो तो न्याय के साथ करों।'' (4:58)

''किसी जान को हक के बगैर कत्ल न करो, जिसे अल्लाह ने हराम किया हैं।'' (6:152)

मुसलमानों के मालों में मदद मांगने वाले और महरूम रह जाने वाले का हक हैं। ''(05:19)

'' किसी गिरोह, की दुश्मनी तुम्हे इतना न भड़का दे.................कि तुम नामुनासिब ज्यादती करने लगो।'' (5:8)

हमने तुम को कौमों और कबीलों में बांट दिया, ताकि तुम एक दूसरे को पहचानों। ''(49:13)

''नेकी और परहेजगारी में सहयोग करो। बदी और गुनाह के मामले में सहयोग न करों।'' (5:2)

No comments: