Monday, February 11, 2013

मुसलमानों के दुसरे इंसानों के लिए कुछ कर्त्तव्य



मुसलमानों के कुछ ऐसे अधिकार है जो हर इन्सान के लिए है चाहे वह किसी भी समाज या धर्म से संबंध रखता हो।

1. बिना किसी वजह के किसी को भी जानी व माली नुकसान न पहुंचाए।

2. बिना किसी शरई वजह के किसी के साथ भी बद्तमिजी , बहस ना करे।

3. बीमार का इलाज कराना, भुखे को खाना खिलाना, मुसिबत में किसी की मदद करना इन्सानी फर्ज है।

4. किसी को सज़ा देने या लड़ाईयों में शरीअत ने जो हद दी उनसे ज्यादा ना बढ़े। ये शरीअते इस्लाम की मुकदस तालीम है की हर इन्सान का हर इन्सान पर हक़ (अधिकार) है। हदीस में है कि 'रहम करने वालों पर रहमान रहम करता है तुम लोग ज़मीन वालों पर रहम करों तो आसमान वाला तुम पर रहम करेगा'।

5. हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम) ने फरमाया है कि तमाम दुनिया में वो शख्स अल्लाह के नज़दीक होगा जो दुनिया में रहने वालो के साथ अच्छा सलुक करे।

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