१. सड़क का उद्दघाटन नारियल फोड़ कर ही क्यों होता है, नमाज़ पढ़ कर या दुसरे धर्मों की विधि के अनुसार क्यों नहीं ??
२. थाने में मंदिर ही क्यों है, मस्जिद या दुसरे धर्मों के पूजा स्थल क्यों नहीं??
३. सरकारी भवन
निर्माण से पहले भूमि पूजन ही क्यों होता है, दुसरे धर्मों के अनुसार प्रार्थना क्यों नहीं ??
४. सरकरी कार्यालयों में गणेश की मूर्ति क्यों लगी रहती है, दुसरे धर्मों के प्रतीक क्यों नहीं ??
५. सरकारी स्कूलों में सरस्वती पूजा ही क्यों होती है, दुसरे धर्म के पर्व क्यों नहीं ??
६. सेना में राजपूत बटालियन है, शिख बटालियन है, मुस्लिम/इसाई बटालियन क्यों नहीं ???
७. न्यायलय में इंसाफ की देवी होती दुसरे धर्मों के इंसाफ के प्रतीक क्यों नहीं??
.......
क्या इसे ही धर्मनिरपेक्षता कहतें हैं ??
४. सरकरी कार्यालयों में गणेश की मूर्ति क्यों लगी रहती है, दुसरे धर्मों के प्रतीक क्यों नहीं ??
५. सरकारी स्कूलों में सरस्वती पूजा ही क्यों होती है, दुसरे धर्म के पर्व क्यों नहीं ??
६. सेना में राजपूत बटालियन है, शिख बटालियन है, मुस्लिम/इसाई बटालियन क्यों नहीं ???
७. न्यायलय में इंसाफ की देवी होती दुसरे धर्मों के इंसाफ के प्रतीक क्यों नहीं??
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क्या इसे ही धर्मनिरपेक्षता कहतें हैं ??